प्रियतमा तू बांध गयी मुझको एक अनजाने भय और अनछुए स्नेह से, खैर तू जहाँ भी रहो खुश रहो।" प्रियतमा तू बांध गयी मुझको एक अनजाने भय और अनछुए स्नेह से, खैर तू जहाँ भी रहो खु...
वो आज जो ना तो कल था और ना कल आएगा वो आज जिसको नहीं थामा तो वो छूट जाएगा, वो आज जो ह वो आज जो ना तो कल था और ना कल आएगा वो आज जिसको नहीं थामा तो वो छूट जाएगा, ...
आज भी यादें गहरी है बचपन की ।जब मिट्टी के बीच पेड़ो के पास खेला करते थे । आज भी यादें गहरी है बचपन की ।जब मिट्टी के बीच पेड़ो के पास खेला करते थे ।
हम सब के घरों मे काम करने आती है वो तब जा कर कही दो रोटी खाती है वो... हम सब के घरों मे काम करने आती है वो तब जा कर कही दो रोटी खाती है वो...
नन्ही सी बच्ची की जिंदादिली ये कहानी प्रणीता नाम की एक छोटी सी बच्ची की है जो की अपनी माँ से बेहद ... नन्ही सी बच्ची की जिंदादिली ये कहानी प्रणीता नाम की एक छोटी सी बच्ची की है जो ...
आज शशि अपना जीवन सुख से गुजार रही है। आज शशि अपना जीवन सुख से गुजार रही है।